I am Dr. Arvind Upadhayay. I am an Astrologer and Vastu Consultant who focuses on Vastushastra awareness. I was born on 13th July 1959, raised and got educated in Indore. My background includes M.Com and MA Degrees.
I have also completed LLB from Government Arts & Commerce College Indore. The academics are completed in distinction grade and numbers of certificates are in store. Also I am a PHD with Gold Medal. Now I am working as a Professor in Indore Christian College from 1984.
I have been married to Aruna Upadhayay.She is also a astrologer. I am looking forward sharing ideas with other entrepreneurs.
अष्टाविंशानि शिवानि शग्मानि सह योगं भजन्तु मे।
योगं प्र पद्ये क्षेमं च क्षेमं प्र पद्ये योगं च नमोऽहोरात्राभ्यामस्तु।।"
"अठाईस नक्षत्र मुझे वह सब प्रदान करें, जो कल्याणकारी और सुखदायक हैं। मुझे प्राप्ति-सामथ्र्य और रक्षा-सामथ्र्य प्रदान करें। दूसरे शब्दों में पाने के सामथ्र्य के साथ-साथ रक्षा के सामथ्र्य को पाऊँ और रक्षा के सामथ्र्य के साथ ही पाने के सामथ्र्य को भी मैं पाऊँ। दोनों अहोरात्र (दिवा और रात्रि) को नमस्कार हो। "
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चिन्ह तिथि : 21/3 - 19/4
शुभ रंग : लाल, सफेद
शुभ रत्न : गार्नेट
शुभ दिन : मंगलवार, शनिवार, शुक्रवार
प्रतीक/चिन्ह : मेष/भेड़
शुभ अंक : 1, 9
सत्तारूढ़ गृह: मंगल
संगत राशि चक्र चिह्न : मेष, सिंह, धनु
राशि स्वामी मंगल होने से मेष राशि (Mesh Rashi) के जातक अग्नि तत्व से चालित होते हैं, इसलिये ये काफी उर्जावान होते हैं। हर काम को करने में ये एक विशेष प्रकार की तेजी दिखाते हैं, जिससे इनके अति उत्साही होने का संकेत मिलता है। यहि अति उत्साह कभी कभार काम बिगाड़ने का भी काम करता है। निर्भीकता इनके व्यक्तित्व का अहम गुण है निर्भय होने के साथ-साथ ये साहसी भी होते हैं, जिससे ये कठिन परिस्थितियों से निकलने में कामयाब हो पाते हैं। मेषजातक स्वाभिमानी और मेहनती होते हैं जो इन्हें उच्च पद को प्राप्त करने में मदद करते हैं। लेकिन किसी काम में निरंतरता और स्थायित्व बनाये रखने के लिये इन्हें काफी संघर्ष करना पड़ता है जिसका कारण इनके स्वभाव में निहित चंचलता होती है। ये आवेश में बहुत जल्दी आ जाते हैं। गुस्सा इनकी नाक पर तुरंत आ कर बैठ जाता है और क्षण भर में गायब भी हो जाता है।
चिन्ह तिथि : 20/4 - 20/5
शुभ रंग : नीला, गुलाबी
शुभ रत्न : एमराल्ड
शुभ दिन : सोमवार, बुधवार, शुक्रवार
प्रतीक/चिन्ह : वृष/बैल
शुभ अंक : 2, 6
सत्तारूढ़ गृह: शुक्र
संगत राशि चक्र चिह्न : वृषभ, कन्या, मकर
वृषभ राशि (vrishabha rashi) के जातकों का बाहरी व्यक्तित्व दर्शनीय होता है। आप दिखने में सुंदर तो हैं ही साथ ही हष्ट-पुष्ट भी नजर आते हैं। चूंकि वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है इसलिये आपका झुकाव कलात्मक क्षेत्रों की ओर अधिक होता है, और तो और आप में कोई न कोई कलात्मकता, कोई न कोई रचनात्मक प्रतिभा जरूर छुपी होती है। इसके अलावा आप कला के कद्रदान व प्रशंसक होते हैं। आपका स्वाभिमान, आपकी स्वच्छंदता और शीतलता पहली नजर में देखने से ही पता लग जाती है। आपकी आंखों में एक विश्वास झलकता है। चूंकि वृषभ राशि के जातक जमीन से जुड़े होते हैं और बहुत व्यावहारिक होते हैं इसलिये ये बेवजह किसी प्रकार का जोखिम लेना पसंद नहीं करते, ये अक्सर सुरक्षात्मक रवैया अपना लेते हैं। वृष के लिए परिवार और घर बहुत महत्वपूर्ण हैं। वृषभ राशि वाले बहुत बुद्धिमान और मजाकिया स्वभाव के होते हैं, जो इन्हें मेलजोल रखने के लिए एक उत्तम व्यक्ति बनाते हैं।
चिन्ह तिथि : 21/5 - 20/6
शुभ रंग : पीला, नीला
शुभ रत्न : एमराल्ड
शुभ दिन : बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार
प्रतीक/चिन्ह : जुड़वां
शुभ अंक : 5
सत्तारूढ़ गृह: बुध
संगत राशि चक्र चिह्न : मिथुन, तुला, कुंभ
मिथुन राशि के जातक काफी फुर्तीले और आकर्षक होते हैं। इनके राशि स्वामी बुध हैं। इसलिये आम तौर पर जातक तमाम भौतिक सुख प्राप्त करने में सक्षम होते हैं। इनका राशि चिन्ह जुड़वां हैं यह इनके द्वीस्वभाव को प्रदर्शित करता है। इनका व्यवहार बहुत ही मिलनसार होता है। विपरीत लिंगी के प्रति सामान्यतः आकर्षित होना भी इनके व्यक्तित्व का एक हिस्सा है। जातक में मौजूद द्वीस्वभाव इनके व्यक्तित्व को बहुमुखी भी बनाता है मसलन ये एक ही समय में व्यावहारिक होने के साथ साथ कलात्मक और रचनात्मक हो सकते हैं। विवेकशील कार्यों में ये विशेष रुचि लेते हैं। मिथुन जातक जिज्ञासु तो होते ही हैं साथ ही अपने बुद्धि बल से ये चतुर भी बन जाते हैं। वाकपटुता में निपुणता के साथ-साथ इनकी हाजिर जवाबी भी कमाल की होती है जो इनके स्वभाव को विनोदी बनाता है। इन तमाम गुणों के साथ इनमें असंगतता, सनकीपन भी झलकने लगता है। दरअसल इनका दोहरा व्यवहार इनके लिये कई बार सकारात्मक तो कई बार नकारात्मक साबित होता है। एक ओर ये शांत व गंभीर होते हैं
चिन्ह तिथि : 21/6 - 22/7
शुभ रंग : सफेद, पीला
शुभ रत्न : मूनस्टोन
शुभ दिन : मंगलवार, बृहस्पतिवार
प्रतीक/चिन्ह : कर्क
शुभ अंक : 2, 7
सत्तारूढ़ गृह: चंद्रमा
संगत राशि चक्र चिह्न : कर्क, वृश्चिक, मीन
कर्क राशि (Kark Rashi) में जन्में जातक आमतौर पर सामान्य कद-काठी के होते हैं। इस राशि के जातकों को चंद्रमा प्रभावित करता है। जातक जल तत्व द्वारा संचालित होते हैं। जातकों का राशि चिन्ह कर्क यानि केकड़ा है। इसलिये चंचलता, शीतलता, भावुकता और संवेदनशीलता इनमें कूट-कूट भरी होती है। इनके व्यक्तित्व की खासियत होती है कि अपने आस-पास ये परिवार जैसा माहौल बना लेते हैं अर्थात इनका स्वभाव काफी मिलनसार होता है। जब दोस्ती की बात आती है, तो कर्क राशि के जातक हमेशा दोस्ती का हाथ बढ़ाने के लिए तैयार रहते हैं। ये अपने मित्रों का बहुत सम्मान करते हैं। ऐसे लोग जो घर में सामाजिक होना पसंद करते हैं, ये जातक की मित्र सूची में शीर्ष पर होते हैं। इनका सहज स्वभाव इन्हें बहुत दयालु बना देता है, लेकिन कभी-कभी इन्हें समझ पाना असंभव सा हो जाता है। ये परिवार और करिबियों के बारे में चिंता करते हैं और किसी भी चीज़ की तुलना में घरेलू सुख सुविधा को अधिक महत्व देते हैं। जातक पारिवारिक यादों को बरकरार रखने में प्रवीण होते हैं। कर्क राशि के जातक अपने जीवन के अनुभवों को अपने परिवार के साथ साझा करना पसंद करते हैं। इन्हें अपनी मिट्टी से बड़ा प्यार होता है।
चिन्ह तिथि : 23/7 - 22/8
शुभ रंग : पीला, आसमानी
शुभ रत्न : डायमंड
शुभ दिन : रविवार, मंगलवार,बृहस्पतिवार
प्रतीक/चिन्ह : शेर
शुभ अंक : 1, 4
सत्तारूढ़ गृह: सूर्य
संगत राशि चक्र चिह्न : मेष, धनु, सिंह
सिंह (Singh) जैसा कि नाम से ही आभास होता है कि इस राशि के जातक शेर के समान साहसी, निडर, मजबूत, आत्मविश्वास से भरे होते हैं। ये जहां भी रहते हैं अपनी एक विशिष्ट छाप जरुर छोड़ते हैं। जातक एक दम मुंहफट होते हैं जो महसूस करते हैं बिना किसी हिचक के सामने वाले को कह देते हैं। इनके व्यक्तित्व में एक असीम उत्साह झलकता है, ये हमेशा ऊर्जावान रहते हैं। जातक बहुत स्वाभिमानी होते हैं इनके चेहरे पर गौरवमयी तेज झलकता है। सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। जिसके कारण जातक सामान्यत: तेजस्वी व पराक्रमी होते हैं। इनके मुखर होने की वजह से कई बार इनके करीबी भी अपमानित महसूस करते हैं लेकिन उन्हें मनाने का सामर्थ्य भी इनके अंदर होता है। रचनात्मकता, आदर्शवाद, नेतृत्व की क्षमता इनमें स्वाभाविक रुप से विकसित होती है। ये अपनी असफलताओं से भी सीखते हैं और पुन: एक नई उर्जा के साथ लक्ष्य को हासिल करने के लिये प्रयासरत हो जाते हैं। समाजिक दृष्टि से सिंह राशि वालों का व्यक्तित्व काफी संगठित होता है जिससे इनकी सामाजिक प्रतिष्ठा सम्मानजनक होती है।
चिन्ह तिथि : 23/8 - 22/9
शुभ रंग : नीला, सलेटी
शुभ रत्न : जेड
शुभ दिन : सोमवार, बुधवार, शुक्रवार
प्रतीक/चिन्ह : कन्या
शुभ अंक : 5
सत्तारूढ़ गृह: बुध
संगत राशि चक्र चिह्न : वृषभ, कन्या, मकर
कन्या राशि (Kanya Rashi) के स्वामी बुध हैं। इस राशि में जन्मे जातक पढ़ने लिखने में ज्यादा रूचि रखते हैं,विवेकशील होना इनके व्यक्तित्व की विशेष खासियत है। ये बहुत ही मेहनत करने वाले होते हैं जो कुछ भी जीवन में अर्जित करते हैं अपनी मेहनत के दम पर करते हैं। इनमें गजब की प्रबंधन क्षमता होती है। हर परिस्थिति में अड़ीक होकर खड़े रहते हैं। इनका दृष्टिकोण समीक्षात्मक होता है जिस कारण बाल की खाल निकालना इनके व्यक्तित्व का विशेष गुण बन जाता है। जिसके चलते लोग इनसे बचने की कोशिश करते रहते हैं। ये अपने जीवन में व्यवस्थित होकर रहना पसंद करते हैं। इन्हें सफाई अधिक पसंद है। ये बहुत कुशल और व्यावहारिक होते हैं जिसके कारण इनके ज्यादा मित्र बनते हैं। ये न्याय प्रिय होने के कारण निष्पक्ष रुप से बहुत ही संतुलित निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं।
चिन्ह तिथि : 23/9 - 22/10
शुभ रंग : गुलाबी, नीला
शुभ रत्न : एमराल्ड
शुभ दिन : रविवार, सोमवार, शनिवार
प्रतीक/चिन्ह : तराजु
शुभ अंक : 6
सत्तारूढ़ गृह: शुक्र
संगत राशि चक्र चिह्न : मिथुन, तुला, कुंभ
तुला राशि (Tula Rashi) के जातक एक दर्शनीय व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। इनका राशि चिन्ह तुला है जो कि इनके संतुलित होने की ओर इशारा करता है। इस राशि के जातकों में गजब का संयम होता है विपरीत से विपरीत परिस्थिति में भी अपने गुस्से पर नियंत्रण रखने की इनमें अद्भुत क्षमता होती है। इनका राशि चिन्ह इनके न्याय प्रिय होने की ओर भी संकेत करता है। ये बहुत ही मृदुभाषी होते हैं टकराव से हमेशा बचकर चलते हैं। हर विवाद को बातचीत के जरिये सुलझाने का हुनर इनमें स्वाभाविक रुप से समाहित होता है। ये बहुत ही सामाजिक होते हैं। अकेले में इन्हें बहुत अजीब लगता है लेकिन जैसे ही ये किसी के साथ मिलकर काम करते हैं तो इनका प्रदर्शन आश्चर्यजनक रुप से बेहतर होने लगता है। ये कुशल रणनीतिकार होते हैं, कूटनीति भी इनमें कूट-कूट कर भरी होती है। जातक का कोई निश्चित सिद्धांत नहीं होता मौका देखकर ये समझौता भी कर सकते हैं। ये जल्दबाजी में कोई भी निर्णय नहीं लेना चाहते इसी कमी के कारण कई बार इनके काम लटके रहते हैं जिससे इन पर आलसी होने का आरोप भी लगता है।
चिन्ह तिथि : 23/10 - 21/11
शुभ रंग : लाल, भूरा
शुभ रत्न : ओपाल
शुभ दिन : रविवार, सोमवार, बृहस्पतिवार
प्रतीक/चिन्ह : बिच्छु/वृश्चिक
शुभ अंक : 8
सत्तारूढ़ गृह: मंगल
संगत राशि चक्र चिह्न : कर्क, वृश्चिक, मीन
वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashi) के जातक काफी आकर्षक एवं रहस्यात्मक होते हैं। ये अपनी योजना किसी से भी साझा नहीं करते हैं। वृश्चिक जातक के स्वामी मंगल हैं जिसके कारण इनका व्यक्तित्व दबंग एवं क्रोध युक्त होता है। इसी के चलते ये लोगों से भीड़ जाते हैं। वृश्चिक राशि के जातक स्वभाव से बहुत गंभीर और निडर होते हैं। इसके साथ ही जिद्दी भी। इनकी तीव्रता का आप अंदाजा नहीं लगा सकते। इनमें अंतर्ज्ञान की एक गहरी भावना होती है। ये बहुत जिज्ञासु प्रवृत्ति के होते हैं और कुछ न कुछ नया जानने के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं लेकिन बहुत कम ही संतुष्ट हो पाते हैं। ये दृढ़-निश्चयी और स्पष्टवादी होते हैं। इनका व्यक्तित्व काफी संदिग्ध नजर आता है परंतु जातक एक बहुत अच्छे, गहरे, ईमानदार और वफादार दोस्त की भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही ये एक बहुत ही क्रूर, कपटी, धूर्त व खतरनाक दुश्मन भी हो सकते हैं। ईमानदारी और निष्पक्षता वृश्चिक को एक महान मित्र बनाने वाले दो गुण हैं। ये मजाकिया और मज़ा पसंद लोगों की संगति में बेहतर महसूस करते हैं।
चिन्ह तिथि : 22/11 - 21/12
शुभ रंग : सुनहरा, पीला, नीला
शुभ रत्न : काला मोती
शुभ दिन : रविवार, बुधवार, बृहस्पतिवार
प्रतीक/चिन्ह : धनुष
शुभ अंक : 9
सत्तारूढ़ गृह: बृहस्पति
संगत राशि चक्र चिह्न : मेष, धनु, सिंह
धनु राशि (Dhanu Rashi) के स्वामी बृहस्पति हैं। धनु राशि में जन्में जातक उत्साही प्रवृति के होते हैं, इनके अंदर ऊर्जा की कमी नहीं होती है। लेकिन कभी कभार अति उत्साह में ये उद्देश्य से भटक जाते हैं। असुरक्षा की भावना के कारण ये निर्णय और न्याय के प्रति संदेहास्पद हो जाते हैं। इनका व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली होता है, जो लोगों को आकर्षित करता है। ये बड़े ही परोपकारी होते हैं। यह भावना इनमें स्वाभाविक रुप से जन्म से ही होती है। इनसे किसी का दुख देखा नहीं जाता। धनु राशि के जातक ईमानदार होते हैं, अपनी ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। उदारता भी इनके व्यक्तित्व में निहित होती है जो इन्हें साफ दिल का बनाती है। अध्ययनशील प्रवृति के होने के कारण इन्हें पढ़ने, लिखने, और अज्ञात विषयों की खोज करने में आनंद मिलता है और जातक एक अच्छे शिक्षार्थी भी होते हैं।
चिन्ह तिथि : 22/12 - 19/1
शुभ रंग : काला, सलेटी
शुभ रत्न : सफायर, गार्नेट
शुभ दिन : मंगलवार, शुक्रवार, शनिवार
प्रतीक/चिन्ह : मकर/बकरी
शुभ अंक : 1, 4, 8
सत्तारूढ़ गृह: शनि
संगत राशि चक्र चिह्न : वृषभ, कन्या, मकर
मकर राशि (Makar Rashi) का स्वामी शनि ग्रह है जिसे पाप ग्रह माना जाता है लेकिन शनि बहुत ही न्याय प्रिय ग्रह है जो जातक को मेहनती बनाता है और मेहनत का उचित फल भी देता है। मकर राशि के जातक बहुत ही परिश्रमी होते हैं। आसान रास्तों से नफरत करते हैं। अनुशासन इनके व्यक्तित्व का अभिन्न अंग है। हालांकि देखने में लग सकता है कि जातक घमंड़ी व सख्त लगें लेकिन वास्तव में ये बहुत ही विनम्र और खुले विचारधारा के धनी होते हैं। ये एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका को बखुबी निभाते हैं। दृढ़ संकल्पी और अत्यंत व्यावहारिक भी होते हैं। समर्पण की भावना भी इनके व्यक्तित्व में विद्यमान होती है। ये बहुत ही सहिष्णु होते हैं। आम तौर पर ये गुस्सा नहीं करते और धैर्यवान होते हैं। यदि गुस्सा आता भी है तो बहुत देर से आता है लेकिन क्रोधित होने के बाद शांत होने में इन्हें काफी समय लगता है। हर काम को जातक निस्वार्थ भाव से और अपना कर्तव्य समझकर करते हैं।
चिन्ह तिथि : 20/1 - 18/2
शुभ रंग : काला, बैंगनी
शुभ रत्न : रेड रूबी
शुभ दिन : शनिवार, सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार
प्रतीक/चिन्ह : कुंभ/घड़ा
शुभ अंक : 1, 2
सत्तारूढ़ गृह: शनि
संगत राशि चक्र चिह्न : मिथुन, तुला, कुंभ
कुंभ राशि (Kumbh Rashi) के स्वामी शनि हैं। शनि को नवग्रहों में न्यायाधिपति की उपाधि प्राप्त है। इस राशि का गुण इसकी स्थिरता है। जिसके चलते जातक दृढ़ निश्चयी होते हैं। किसी चीज को करने की ठान ले तो कर के मानते हैं। यह राशि आकाश तत्व का है। कुंभ राशि वाले जातक मानवतावादी प्रवृति के होते हैं, जैसा कि इनका राशि चिन्ह भी कुंभ है जिसका तात्पर्य है इनका व्यक्तित्व काफी गंभीर और गहरा है। ये बहुत प्रगतिशील होते हैं। परोपकार की भावना इनके व्यक्तित्व का अहम हिस्सा होती है। इनकी सोच निष्पक्ष होती है और ये न्याय के पक्षधर तथा आधुनिक होते हैं। व्यावहारिकता को तवज्जो देते हैं। इनके वैचारिक खेमे में दखलंदाजी इन्हें पसंद नहीं होती। जातक स्वतंत्रता प्रिय होते हैं और इनका स्वभाव मिलनसार होता है
चिन्ह तिथि : 19/2 - 20/3
शुभ रंग : हरा, पीला
शुभ रत्न : येल्लो सफायर
शुभ दिन : रविवार, मंगलवार, बृहस्पतिवार
प्रतीक/चिन्ह : मीन/मछली
शुभ अंक : 3
सत्तारूढ़ गृह: बृहस्पति
संगत राशि चक्र चिह्न : कर्क, वृश्चिक, मीन
मीन राशि (Meen Rashi) चक्र की अंतिम राशि है। राशि के स्वामी गरू हैं और यह राशि जल तत्व की है। जिससे इस राशि के जातकों का गुण अस्थिर है। मीन राशि के जातकों का व्यक्तित्व आकर्षक होता है। ये शारीरिक रुप से काफी स्वस्थ और बुद्धिमान होते हैं। मीन का तात्पर्य मछली से है और इस राशि का प्रतीक चिन्ह भी मछलियों का जोड़ा है। अमूमन मीन जातकों की आंखें बहुत ही सुंदर होती हैं। इनके विचारों का अपना एक दायरा होता है यदि उस पर चोट लगे तो ये तड़पने लगते हैं और काफी हद तक निराशा में चले जाते हैं। मीन जातकों की प्रवृत्ति आध्यात्मिक होती है। ये आदर्शवादी जीवन जीने में विश्वास रखते हैं। जिस भी काम में लगते हैं उसे समर्पण और निस्वार्थ भावना से पूरा करते हैं।